किसे बचाने के लिए चार साल छिपाए रखी रिपोर्ट?
हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने उजागर कर दिया है कि पूर्ण साक्षर राज्य केरल फिल्म इंडस्ट्री के क्षेत्र में पूरी तरह पितृसत्तात्मक व्यवस्था के चंगुल में है।
किसे बचाने के लिए चार साल छिपाए रखी रिपोर्ट? जारी >
हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने उजागर कर दिया है कि पूर्ण साक्षर राज्य केरल फिल्म इंडस्ट्री के क्षेत्र में पूरी तरह पितृसत्तात्मक व्यवस्था के चंगुल में है।
किसे बचाने के लिए चार साल छिपाए रखी रिपोर्ट? जारी >
आज़ादी कोई एक बार मिलकर अनंतकाल तक चलने वाली चीज नहीं है। एक नागरिक के रूप में यह हमारी निरंतर यात्रा है।
यह मत कहो, मुझे विषय दो, यह कहो कि मुझे आंखें दो जारी >
हमारा वजन कभी भी स्थिर नहीं होता और वह थोड़ा-बहुत हमेशा बदलता रहता। शरीर में पानी के घटने-बढ़ने से वजन भी घटता-बढ़ता रहता है।
हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का एक क्रूर रूप है महिलाओं का लापता हो जाना। अफसोस की बात है ये महिलाओं और किशोरियों की आर्थिक स्थिति, शैक्षिक स्थिति, सामाजिक और यहां तक कि राजनीतिक स्थिति से भी जुड़ी है।
कहां गई होगी, क्यों गई होगी, उसका क्या हुआ होगा? जारी >
यह तस्वीर मध्य प्रदेश के देवास की है। ये रोते हुए व्यक्ति देवास शहर के बाहरी क्षेत्र स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय संजयनगर के प्रभारी प्रधानाध्यापक तिलकराज सेम हैं। स्कूल में रोते हुए बच्चों के बारे में तो सुना, देखा था लेकिन आखिर ऐसी क्या बात हुई कि प्राचार्य ही रोने लगे।
अरे प्रधानाध्यापक जी, आप तो रोने लगे… जारी >
लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले दिल्ली में भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित हो रहा है। दो दिनी अधिवेशन के पहले दिन 17 फरवरी को पारित राजनीतिक प्रस्ताव में इस बात पर जोर दिया गया कि मोदी सरकार के 10
मोदी सरकार यानी देश में राम राज जारी >
भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में पीएम मोदी ने कहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव में 370 से ज्यादा सीटें जीतनी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रत्याशी व्यक्ति नहीं पार्टी निशान कमल होगा। इस बीच कांग्रेस के झंडाबरदार रहे कमलनाथ
और कमलनाथ हो जाएंगे कमल के जारी >
शोले फिल्म का गाना है, ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे… मगर एमपी की राजनीति के दो दोस्तों की दोस्ती 50 साल बाद टूटने जा रही है। हम बात कर रहे हैं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की। कमलनाथ के कांग्रेस छोड़
ये दोस्ती हम तोड़ेंगे…50 साल बाद अब क्या? जारी >
महाराष्ट्र की राजनीति में पवार परिवार की लड़ाई पहले घर से सड़क पर आई और अब सड़क से बूथ पर आने के आसार बन गए है। पूरी संभावना है कि परिवार का साथ छोड़ कर गए अजित पवार बारामती से
महाराष्ट्र में परिवार की लड़ाई सड़क से बूथ तक जारी >