हेडलाइन

तुम पकौड़े तलना सीखो के दौर में श्रद्धा निधि

ये सारी बातें एक खीझे हुए क्षुब्ध मन का शिकायती एकालाप सी लग सकती हैं। परंतु कहना पड़ रहा है क्योंकि इतने सब के बाद जब सिस्टम के साथ-साथ समाज भी सवालिया निगाहों से देखता है तो एक शिक्षक का मन आहत होता है।

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आखिर, उस रात विनेश फोगाट के साथ हुआ क्या था?

सबकुछ विनेश के खिलाफ था लेकिन वह किसी चमत्कार की उम्मीद में वजन कक्ष में पहुंचीं। वहां कोई चमत्कार नहीं हुआ और उनका वजन 100 ग्राम अधिक निकला।

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किसे बचाने के लिए चार साल छिपाए रखी रिपोर्ट?

हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने उजागर कर दिया है कि पूर्ण साक्षर राज्य केरल फिल्म इंडस्ट्री के क्षेत्र में पूरी तरह पितृसत्तात्मक व्यवस्था के चंगुल में है।

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यह मत कहो, मुझे विषय दो, यह कहो कि मुझे आंखें दो

आज़ादी कोई एक बार मिलकर अनंतकाल तक चलने वाली चीज नहीं है। एक नागरिक के रूप में यह हमारी निरंतर यात्रा है।

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कहां गई होगी, क्यों गई होगी, उसका क्या हुआ होगा?

हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का एक क्रूर रूप है महिलाओं का लापता हो जाना। अफसोस की बात है ये महिलाओं और किशोरियों की आर्थिक स्थिति, शैक्षिक स्थिति, सामाजिक और यहां तक कि राजनीतिक स्थिति से भी जुड़ी है।

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अरे प्रधानाध्‍यापक जी, आप तो रोने लगे…

यह तस्‍वीर मध्‍य प्रदेश के देवास की है। ये रोते हुए व्‍यक्ति देवास शहर के बाहरी क्षेत्र स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय संजयनगर के प्रभारी प्रधानाध्यापक तिलकराज सेम हैं। स्‍कूल में रोते हुए बच्‍चों के बारे में तो सुना, देखा था लेकिन आखिर ऐसी क्‍या बात हुई कि प्राचार्य ही रोने लगे।

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मोदी सरकार यानी देश में राम राज

लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले दिल्‍ली में भाजपा का राष्‍ट्रीय अधिवेशन आयोजित हो रहा है। दो दिनी अधिवेशन के पहले दिन 17 फरवरी को पारित राजनीतिक प्रस्ताव में इस बात पर जोर दिया गया कि मोदी सरकार के 10

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और कमलनाथ हो जाएंगे कमल के

भाजपा के राष्‍ट्रीय अधिवेशन में पीएम मोदी ने कहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव में 370 से ज्‍यादा सीटें जीतनी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रत्‍याशी व्‍यक्ति नहीं पार्टी निशान कमल होगा। इस बीच कांग्रेस के झंडाबरदार रहे कमलनाथ

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ये दोस्‍ती हम तोड़ेंगे…50 साल बाद अब क्‍या?

शोले फिल्‍म का गाना है, ये दोस्‍ती हम नहीं तोड़ेंगे… मगर एमपी की राजनीति के दो दोस्‍तों की दोस्‍ती 50 साल बाद टूटने जा रही है। हम बात कर रहे हैं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की। कमलनाथ के कांग्रेस छोड़

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