मेरे होश उड़ गए, वही पेपर आया, जो कल मिला था
मैं भ्रमित था। जो पर्चा मैंने रात को देखा था, हूबहू वही मेरे सामने था। मुझे विश्वास नहीं हुआ, कुछ देर तक मैं इसी भ्रम में रहा कि मैं ठीक से पढ़ नहीं पा रहा हूं।
मेरे होश उड़ गए, वही पेपर आया, जो कल मिला था जारी >