मैंने मां को कैसे जाना
मैंने मां को कैसे देखा/ मैंने मां को कैसे जाना/ऐसे देखा, वैसे देखा/ क्या सच में ही उसको देखा?
मैंने मां को कैसे देखा/ मैंने मां को कैसे जाना/ऐसे देखा, वैसे देखा/ क्या सच में ही उसको देखा?
मम्मा इनकी मोटी ताजी/ पापा है भाई गप्पूजी/ किसे पता है बोलो-बोलो/ कौन है अपने झप्पूजी?
बाल कविता: प्यारे-प्यारे लप्पूजी जारी >
बहुत बताया और समझाया/ मुन्ने ये तो समझो यार/ राई के पहाड़ पर बैठ के कैसे/ देखोगे तुम फिर उस पार …
बाल कविता: राई का पहाड़ जारी >
थोड़ा मेडा करके खाया/ थोड़ा थोड़ा येड़ा बनकर/ थोड़ा थोड़ा पेड़ा खाया…
बाल कविता: ऐड़ा बन के पेड़ा खाया जारी >
लाल लाल थी आंखें उसकी/नारंगी थी जबान/ हरे पीले दांत थे उसके/नीली नीली सी मुस्कान
बाल कविता: सतरंगी इंद्रधनुष जारी >
छुटकी चहकी,फिर से बोली/ बसंत आता है कब? कब?/ दीदी ने भी की ठिठोली,फूल खिलते हैं तब…
बाल कविता: बसंत आता है कब? जारी >
अं, अ: की खूब है जोड़ी/ चलो भई चलो कुछ पढ़ें लिखें /बड़े चलें भई बड़े चलें।
बाल कविता: अलबेली बारहखड़ी जारी >