बाल कविता: ऐड़ा बन के पेड़ा खाया

काव्‍य: कविता रेखांकन : वत्‍सल विभोर राय

उसने एक पेड़ा खाया
थोड़ा टेढ़ा करके खाया
थोड़ा मेडा करके खाया
थोड़ा थोड़ा येड़ा बनकर
थोड़ा थोड़ा पेड़ा खाया…

चित्रांकन: देवधर शुक्‍ला

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