![अंतिम लीला: खिल उठेगी उम्मीद की दुनिया फिर एक दिन](https://talkthrough.in/wp-content/uploads/2024/06/Polish_20240604_214915466-600x400.jpg)
अंतिम लीला: खिल उठेगी उम्मीद की दुनिया फिर एक दिन
नाटक में मौजूदा संवाद योजना एवं कोमल चेतना प्रमाण है कि चारों ओर तम के बादल होने पर भी अगर भीतर रौशनाई है तो तिमिर हावी न होगा। सध जाएगा काल चक्र और खिल उठेगी उम्मीद की दुनिया फिर एक दिन।
नाटक में मौजूदा संवाद योजना एवं कोमल चेतना प्रमाण है कि चारों ओर तम के बादल होने पर भी अगर भीतर रौशनाई है तो तिमिर हावी न होगा। सध जाएगा काल चक्र और खिल उठेगी उम्मीद की दुनिया फिर एक दिन।