राजीव वर्मा: नौकरी छोड़ी, मुंबई छोड़ा मगर शौक न छोड़ा, आज पहुंच गए यहां

यह इस गाने के बोल और गायक पंकज उधास की आवाज का जादू था कि जब-जब यह गाना बजा, पैर घर की ओर भाग चले। और जो पैरों पर पाबंदियां लगीं तब मन को कोई रोक नहीं पाया।

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