तुम हृदय के गोदना से पहचान लेना मुझे…

हिंदी के सुख्‍यात कवि एकांत श्रीवास्तव की यह कविता मानव मन और प्रेम के उस कोमल स्‍वरूप और नाते को प्रस्‍तुत करती है जो हर युग में सर्वोत्‍तम भाव कहा गया है।

तुम हृदय के गोदना से पहचान लेना मुझे… जारी >