मेरी बनाई झालर से झिलमिलाता था घर, कहां गए वे दिन?
अशफ़ाक की मधुर आवाज गूंजती, “आरती का समय हो गया है। सभी बहनों, भाइयों, माताओं, बच्चों से से निवेदन है कि वो गणपति/मां दुर्गा के पास आएं और आशीर्वाद पाएं।”
मेरी बनाई झालर से झिलमिलाता था घर, कहां गए वे दिन? जारी >