intellectuals

नीलकांत जी एक व्यक्ति नहीं, एक सतत विचार थे

प्रख्यात जनवादी कथाकार-आलोचक नीलकांत का 14 जून 2025 की सुबह 90 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे उस पीढ़ी के कथाकार और आलोचक थे जिनके लिए विचारधारा के विशेष मायने थे।

नीलकांत जी एक व्यक्ति नहीं, एक सतत विचार थे जारी >

साथ-साथ चलने चाहिए वैचारिक स्वतंत्रता और जनसंघर्ष

जर्मनी के उदाहरण में भी, जो बुद्धिजीवी नाज़ियों के साथ ‘समझौता’ करते रहे, वे अंततः उसी व्यवस्था के शिकार हुए। इसलिए, वैचारिक स्वतंत्रता और जनसंघर्ष दोनों साथ-साथ चलने चाहिए।

साथ-साथ चलने चाहिए वैचारिक स्वतंत्रता और जनसंघर्ष जारी >