बाल कविता: सतरंगी इंद्रधनुष
लाल लाल थी आंखें उसकी/नारंगी थी जबान/ हरे पीले दांत थे उसके/नीली नीली सी मुस्कान
बाल कविता: सतरंगी इंद्रधनुष जारी >
लाल लाल थी आंखें उसकी/नारंगी थी जबान/ हरे पीले दांत थे उसके/नीली नीली सी मुस्कान
बाल कविता: सतरंगी इंद्रधनुष जारी >
सभी फोटो: गिरीश शर्मा आज समोसे की कथा जानिये। समोसा जिसे कोई तिकोना कहता है, कोई चमोचा भी। तिकाने आकारा का यह दक्षिण एशिया का एक लोकप्रिय व्यंजन है। यह कचौरी और आलूबड़े की बिरादरी का समान रूप से चर्चित
लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले दिल्ली में भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित हो रहा है। दो दिनी अधिवेशन के पहले दिन 17 फरवरी को पारित राजनीतिक प्रस्ताव में इस बात पर जोर दिया गया कि मोदी सरकार के 10
मोदी सरकार यानी देश में राम राज जारी >
भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में पीएम मोदी ने कहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव में 370 से ज्यादा सीटें जीतनी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रत्याशी व्यक्ति नहीं पार्टी निशान कमल होगा। इस बीच कांग्रेस के झंडाबरदार रहे कमलनाथ
और कमलनाथ हो जाएंगे कमल के जारी >
शोले फिल्म का गाना है, ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे… मगर एमपी की राजनीति के दो दोस्तों की दोस्ती 50 साल बाद टूटने जा रही है। हम बात कर रहे हैं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की। कमलनाथ के कांग्रेस छोड़
ये दोस्ती हम तोड़ेंगे…50 साल बाद अब क्या? जारी >
महाराष्ट्र की राजनीति में पवार परिवार की लड़ाई पहले घर से सड़क पर आई और अब सड़क से बूथ पर आने के आसार बन गए है। पूरी संभावना है कि परिवार का साथ छोड़ कर गए अजित पवार बारामती से
महाराष्ट्र में परिवार की लड़ाई सड़क से बूथ तक जारी >
प्रख्यात हिंदी भाषाविद, लेखक और रतलाम महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. जयकुमार जलज का बीते दिनों देहांत हुआ। उनके कृतित्व को नमन करते हुए उनके ही द्वारा बताई गई घटना यहां प्रस्तुत है। आपातकाल के दौरान की यह घटना वास्तव में मूल्यों के प्रति आस्था और जीवन का सटीक उदाहरण है।
आपातकाल, एक खत और सरकारी नौकरी पर संकट जारी >
आशु चौधरी वृषभानु की लली देखऐसो चढ्यो राग-रंगमोरपंख धारी योंटेढ़े मुसक्यावत हैंललिता-विशाखा कूं दैचकमा भये यों चम्पतअकेली कर श्यामा जू केचरण पखरावत हैंअसीम लीला करत श्यामभनक न नैकूं दैकेरसिकन कूं बीच ठौरटेढो नचावत हैंराखत हैं दूरी परदूर राखत रागन तेबाबरौ
बाबरौ बनाइ कै बैरागी कहलावत हैं जारी >
मेरा पहला प्यार मुझे जब मिला तब मैं शायद साढ़े पांच साल की रही होंगी। मैं बोलती गयी, वो मुस्कुराता रहा और फिर जब मैंने अपने आसपास देखा तो सभी मुझे तारीफ भरी नजरों से देख रहे थे।
पहला प्यार और मैं: साथ भी और पास भी जारी >
जब कभी मैं उदास होती हूं तो वह मुझे आवाज देती है-मानो कह रही हो, ‘चलो दोस्त लॉन्ग ड्राइव पर चलते हैं।’ मुझे उससे और उसे मुझसे गहरा इश्क है। उसके पहिये मेरे लिए पंख हैं। मैं उनके दम पर उड़ान भरती हूं।
इश्क मेरा: जहां सफर ही मंजिल है जारी >